जयपुर. लॉकडाउन के चलते इन दिनों स्कूल कॉलेज बंद है। लेकिन शिक्षकों में विद्यार्थियों तक ज्ञान की सामग्री पहुंचाने का उत्साह है तो विद्यार्थियों में पढाई का। यही कारण है कि दस दिन में ही कॉलेज शिक्षा की ऑनलाइन कक्षाओं से सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले 4.50 लाख विद्यार्थियों में 2.50 लाख विद्यार्थी जुड़ गए। कॉलेज शिक्षा में दस दिन पहले तक इन कक्षाओं का फायदा महज 87 हजार विद्यार्थी ही उठा रहे थे।
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया की कॉलेज शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालयों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए गए कि वे अपने स्तर पर ऑनलाइन टीचिंग एंड प्रॉब्लम सोल्विंग मैकेनिज्म अपनाकर इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने कहा की लॉकडाउन होते ही कॉलेज शिक्षा विभाग में कार्य आरंभ करवा दिया गया था। जिसमें सभी शिक्षकों को 5-6 विकल्प यथा ऑनलाइन लेक्चर तैयार करना, नोट्स बनाकर देना, मॉडल क्वेश्चन पेपर बनाना, मॉडल क्वेश्चन-आंसर बनाना, अथवा विद्यार्थियों को फेसबुक और व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया के माध्यम से जोड़कर उनकी पढाई के साथ समस्याओं का समाधान करना था।
साढ़े चार हजार व्याख्यान ऑनलाइन
अब तक 4597 ई-व्याख्यान रिकॉर्ड किए जा चुके हैं तथा 2630 व्याख्यान सोशल मीडिया साइट्स पर अपलोड किए गए हैं। सभी विषयों के मिलाकर 20,271 मॉडल क्वेश्चन पेपर भी तैयार कराए गए हैं। साथ ही 30862 मॉडल आंसर तैयार किए गए हैं।
आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा इस सम्पूर्ण योजना की मॉनिटरिंग कर रहा है। सभी प्राचार्यों को इसके लिए प्रभारी बना दैनिक ऑनलाइन रिपोर्ट मंगवाई जाती है। आयुक्तालय स्तर पर वर्क फ्रॉम होम के कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए 6 मॉनिटरिंग कमेटियां बनाई गई है। - भंवरसिंह भाटी, उच्च शिक्षा मंत्री